पिछले कुछ सालों में जानवरों से होने वाली बीमारी ने इंसान को बहुत परेशान किया है और इसका सबसे बड़ा उदाहरण कोरोना वायरस है। अब हाल ही में दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में एक चौंका देने वाला मामला देखने को मिला है। यहां एक 11 साल का लड़के को लंबे समय तक कबूतर के संपर्क में रहने से निमोनया हो गया। शरीर में कई गंभीर लक्षण दिखने के बाद उसे इमरजेंसी में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कबूतरों से फैल रहा यह खतरनाक बीमारी?
गंगा राम अस्पताल के पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट के सह-निदेशक डॉ. धीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि लड़के में हाइपर सेंसिटिविटी न्यूमोनाइटिस (एचपी) का संक्रमण पाया गया है, जो कबूतरों की बीट की एलर्जी के कारण हुआ है। यह एक प्रकार का इम्यून सिस्टम डिसऑर्डर है, जिसमें फेफड़ों में सूजन आने के साथ ही एलर्जिक रिएक्शन भी हो जाता है। डॉक्टर ने आगे बताया कि 11 साल के बच्चे को सांस लेने में दिक्कत आ रही है और इसका प्रमुख वजह फेफड़ों में सूजन हो सकता है साथ ही एलर्जी भी इसका मुख्य कारण हो सकता है
फेफड़ों पर पड़ सकता है बुरा असर
कबूतरों के मल और पंख के संपर्क में आने से आपके फेफड़ों पर काफी बुरा असर पड़ सकता है। यदि आप कबूतर के मल के करीब जाते हैं या उसके संपर्क में आते हैं, तो यह संक्रमण नाक के रास्ते होता हुआ आपके फेफड़ों तक पहुंच सकता है। इस स्थिति में रेस्पिरेटरी फंक्शन्स पर प्रभाव पड़ता है, जिससे व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई भी हो सकती है। और आगे चलकर यह खतरनाक बीमारी में परिवर्तित हो जाता है