प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने शुक्रवार को भारत के सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशक और उनके डिप्टी को "तत्काल प्रभाव से" बर्खास्त कर दिया, और दोनों को उनके राज्य कैडर में भेज दिया।
केरल कैडर के 1989 बैच के अधिकारी डीजी नितिन अग्रवाल ने पिछले साल जून में बीएसएफ का प्रभार संभाला था। इस बीच, ओडिशा कैडर के 1990 बैच के उप विशेष महानिदेशक (पश्चिम) वाई बी खुरानिया नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बल के अभियानों का नेतृत्व कर रहे थे।
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सरकारी आदेश में यह नहीं बताया गया है कि दोनों अधिकारियों को उनके पदों से क्यों हटाया गया, लेकिन मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगातार घुसपैठ हो रही है, बीते हफ्ता जम्मू कश्मीर में कई आतंकवादी घटना हो चुकी है इसी के मध्य नजर सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है. कुछ खबरों में संकेत दिया गया है कि बीएसएफ प्रमुख ने महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार के साथ सहयोग नहीं किया।
यह महत्वपूर्ण क्यों है?
यह कदम भारत के जम्मू क्षेत्र में कई आतंकवादी हमलों के बाद आया है, जिसमें नागरिकों और सैन्य कर्मियों दोनों को निशाना बनाया गया है।
यह पहली बार है कि सरकार ने आतंकवाद से संबंधित मामलों में शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ सीधी कार्रवाई की है। आपको बता दे की कुछ मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तानी सेना के लगभग 600 कमांडोज भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर चुके हैं और उनका मकसद भारत मे आतंकवादी गतिविधियों को तेज करना है।